हेलो दोस्तों आज हम आपके लिए लाये है एक नयी तरह के आर्टिकल जिसका नाम है Essay on Anushasan Ka Mahatva in Hindi । इसमें हम आपको बातयेंगे की अनुशासन का महत्व कितना जरुरी है
Anushasan Ka Mahatva in Hindi
मानव जीवन में अनुशासन की अत्यक आवश्यकता है। अनुशासन का अर्थ है-नियमों के अनुसार कार्य करना। मनुष्य एक सामाजिक प्राणि है। सामाजिक व निजि जीवन में सफलता का मूल्य मंत्र अनुशासन है। अनुशासन व्यक्ति को उन मंज़िलों पर ले जाता है जहा वे दूसरों के लिये मिसाल बन जाते है।
प्रकृति मनुष्य को अनुशासन की राह पर दिखाती है। सूर्य समय पर उद्य और अस्त होता है। आकाश में चन्द्रमा तारे और नक्षत्र अपनी ही जगह पर रहते हैं। प्रत्येक ऋतुएँ क्रमानुसार आती हैं व जाती हैं। कली फूल फल समय पर पनपते हैं व विकसित होते हैं। प्रकृति का कणकण हमें अनुसहित जीवन व्यतीत करने की प्ररेणा देता है।
सामाजिक जीवन में अनुशासन एक महत्वपूर्ण कड़ी है। समाज में रहने वाले हर वर्ग के लोग विभिन्न नियमों से बँधे रहते है। वे एक निश्चिय व्यवस्था का पालन करते हैं, एक क्रम से जीवन व्यतीत करते हैं और अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिये उन नियमों का पालन करते हैं जो समाज व सरकार की ओर से निश्चित किये गये हैं। जब तक समाज के लोग नियमों का पालन करते है तब तक सुख शांति बनी रहती है वरना समाज बिखर जाता है।
उदाहरण के लिये यदि कोई व्यक्ति बस पर ध्क्का देकर चढ़ जाता है तो वह दूसरों को ठोस व असुविधा पहुंचाता है। अनुशासन बनाए रखने से संयमसमानता, सहयोग व आपसी भाईचारा बना रहता है।
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उदाहरण के लिये सड़क पर कूड़ा कचरा न फेंकना, उद्यानों में लगे पौधे की रक्षा करना, ऐतिहासिक भव्य इमारतों को गंदा न करना, धर्मिक स्थलों पर हर व्यक्ति की भावना का सम्मान करना अनुशासन ही सिखाता विद्यार्थियों के लिये अनुशासन सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। विद्यार्थियों का जीवन ज्ञान प्राप्त करने और अध्ययन करने का जीवन होता है। ज्ञान प्राप्त करने के लिये आवश्यक है कि हम मन को केन्द्रित रखें और हम जिस विद्यालय में पढ़ रहे हैं, उसके नियमों के अनुसार कार्य करें। ये दोनों बाते अनुशासन से ही पूरी हो सकती हैं।
अनुशासन से ही हम अपने लक्ष्य तक पहुँच सकते हैं। जो विद्यार्थी अनुशासनहीनता के पथ पर चलते हैं वे घृणा, क्रोध और बुराइयों में फंस कर अपना जीवन अंधकारमय बना देते हैं।
अनुशासन सब के लिये आवश्यक है। यह सफलताकीर्ति व लक्ष्य तक पहुँचने की कुंजी है। अतः देश समाज और व्यक्तिगत जावन के कल्याण के लिये मानव को अनुशासन प्रिय बनना चाहिये
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Nyc article h aapne achhi jaankari di hai