आप सभी के लिए में लाया हु lokoktiyan in Hindi और लोकोक्तियाँ in Hindi. हिंदी को लोग बहुत तेजी भूल रहे है सभी इंग्लिश के पीछे भाग रहे है इसलिए आप सभी से एक रिक्वेस्ट करता हु की अगर आपको हमारी दी गयी लोकोक्तियाँ अगर अच्छी लगी हो तो इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे समाज में प्रचलित ऐसे कथनजो एक पूर्ण वाक्य हों, को लोकोक्ति अथवा कहावत कहा जाता है। इनका प्रयोग भी पूर्ण वाक्य होने के कारण मुहावरों की तरह से न होकर स्वतंत्र रूप से होता है। आमतौर पर बड़े बुजुर्गोंविचारकों कवियों तथा लेखकों के अनुभव के कथन ही लोकोक्ति अथवा कहावत बन जाती हैं। इनके उपयोग से बातचीत में प्रभाव उत्पन्न हो जाता है। इनसे जहाँ वास्तविकता सामने आती है वहीं ये हर स्तर पर खरी उतरती हैं।
Best 30+ lokoktiyan in Hindi
अब आया ऊँट पहाड़ के नीचे।
अर्थ-
(1) अपने से ताकतवर से सामना होना।
(2) अपने से प्रभावशाली से टकराना।
अपने मुँह मियाँ मिटठू बनना।
अर्थ-
(1) अपनी प्रशंसा स्वयं करना।
(2) अपनी तारीफें स्वयं करते घूमना।
अपने हाथ जगन्नाथ।
अर्थ-
(1) अपना काम स्वयं करना।
(2) काम के लिए किसी पर आश्रित न रहना।
अगिया बेताल होना।
अर्थ-
(1) बहुत ज्यादा उत्तेजित होना।
(2) आग-बबूला हो जाना।
अचम्भा होना।
अर्थ-
(1) आश्चर्यचकित रह जाना।
(2) विस्मित रह जाना।
अपना मारे छांव में डाले।
अर्थ-
(1) अपना दुःख पहुँचाकर स्वयं भी दुःखी होता है।
(2) अपना चोट पहुँचाकर भी खुश नहीं होता।
अन्यायी होना।
अर्थ-
(1) न्यायप्रिय न होना।
(2) अत्याचारी होना।
अपना पूत सभी को प्यारा।
अर्थ-
(1) अपनी चीज को सभी अच्छी बताते हैं।
(2) अपनी चीज सभी को प्यारी होती है।
अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता।
अर्थ- (1) एक आदमी समाज को नहीं बदल सकता।
(2) अकेला व्यक्ति सारी बुराइयाँ नहीं मिटा सकता।
अंधे के आगे रोये अपने नैन भी खोये।
अर्थ-
(1) जिससे सहानुभूति न हो उससे अपना दुःख-दर्द बताना।
(2) मदद की उम्मीद न होने वाले से मदद माँगना।
अशर्फियाँ लुटाये कोयले पर मोहर।
अर्थ-
(1) बड़ी रकम बेदर्दी से उड़ाना तथा छोटे पैसों का हिसाब रखना।
(2) मूल्यवान वस्तु के प्रति लापरवाह होना तथा मामूली की देखभाल करना।
अधजल गगरी छलकत जाय।
अर्थ-
(1) मूर्ख व्यक्ति बहुत ज्यादा ज्ञानी होने का दावा करता फिरता है।
(2) छोटा व्यक्ति बड़ी-बड़ी बातें बनाता है।
अंधेरे में तीर चलाना।
अर्थ-
(1) व्यर्थ ही इधर-उधर हाथ-पैर फेंकना।
(2) सही राह पर न चलना।
अन्धा बाँटे रेवड़ी अपने-अपने को दे।
अर्थ-
(1) अपनों का हित साधना।
(2) असमानता का व्यवहार करना ।
अन्धों में काना सरदार।
अर्थ-
(1) बेवकूफों के बीच थोड़ा अक्लमंद।
(2) अकेला दुकानदार होना।
अन्धे के हाथ बटेर लगना।
अर्थ-
(1) अचानक इच्छित कार्य का पूर्ण हो जाना।
(2) भाग्य से मनचाहा फल प्राप्त हो जाना।
अपना करना अपना खाना।
अर्थ-
(1) अपने काम से काम रखना।
(2) दूसरों से ज्यादा सम्पर्क न रखना।
अन्धा गावे, बहरा बजावे, गूंगा ताल लगावे।
अर्थ-
(1) सबको अपनी-अपनी करना।
(2) एक-दूसरे की बात न मानना।
अन्त भले का भला।
अर्थ-
(1) अच्छे का परिणाम अच्छा ही होता है।
(2) भला करने वाले का हमेशा भला होता है।
अपने मरे बिना स्वर्ग नहीं मिलता।
अर्थ-
(1) स्वयं करे बिना कार्य पूर्ण नहीं होता।
(2) दूसरों के ऊपर काम छोड़ने से वह बिगड़ जाता है।
अब पछताये क्या होत, जब चिड़िया चुग गयी खेत।
अर्थ- (1) नुकसान होने पर पछताने का कोई लाभ नहीं।
(2) लापरवाही करने से काम बिगड़ जाने पर पछताने से क्या होता
अपनी इज्जत अपने हाथ।
अर्थ-
(1) अपना सम्मान कराना अपने हाथ में होता है।
(2) समझदार व्यक्ति कभी अपमानित नहीं हो सकता।
अवसर को कभी मत गंवाओ।
अर्थ-
(1) उपयुक्त अवसर मिलते ही अपना काम पूर्ण कर लो।
(2) मौके का फायदा उठाने से कभी मत चूको।
अज्ञानी किसी से नहीं डरते।
अर्थ-
(1) जिसे भलाई-बुराई का ज्ञान न हो वह क्यों डरेगा?
(2) मूर्ख व्यक्ति किसी बात का भय नहीं खाता।
अज्ञानी धन चाहता है, ज्ञानी गुण।
अर्थ-
(1) अज्ञानी व्यक्ति धन की चाहत रखता है जबकि ज्ञानी व्यक्ति ज्ञान
की चाहत रखता है।
(2) मूर्ख धन पाने की तरफ जाता है तथा ज्ञानी ज्ञान की तलाश में।
अपनी गली में कुत्ता भी शेर होता है।
अर्थ-
(1) अपने इलाके में तो डरपोक भी अपने को ताकतवर प्रदर्शित करता
(2) अपने क्षेत्र में तो कमजोर भी हैकडी दिखाता है।
अपने किये को भुगतो।
अर्थ-
(1) जो जैसा करेगा वैसा भरेगा।
(2) अपनी गलती पर नुकसान तो उठाना ही पड़ता है।
अपनी दही को कोई खट्टा नहीं कहता।
अर्थ-
(1) अपनी चीज की कोई बुराई नहीं करता।
(2) अपने बच्चों की कोई गलती नहीं बताता।
अटारी पर चढ़ना।
अर्थ-
(1) बहुत ऊँचा पहुँच जाना।
(2) अत्याधिक प्रगति कर जाना।
अक्ल बड़ी या भैंस।
अर्थ-
(1) ज्ञान भीड़ से ज्यादा प्रभावशाली होता है।
(2) दिमाग बड़ी वस्तु से भी ज्यादा बड़ा होता है।
अनुभव सारे ज्ञान की जननी है।
अर्थ-
(1) अनुभव से आदमी को ज्ञान प्राप्त होता है।
(2) काम करते-करते सारे गुर प्राप्त हो जाते हैं।
अनुभव सुगमता से प्राप्त नहीं होता।
अर्थ-
(1) अनुभव बिना काम करे प्राप्त नहीं हो सकता।
(2) मेहनत व लग्न से अनुभव की प्राप्ति होती है।
अशुभ कार्य का अशुभ फल।
अर्थ-
(1) गलत काम का परिणाम बुरा ही होता है।
(2) गलत रास्ते पर चलने वाले का अन्त बरा होता है।
अपनी ढपली अपना राग।
अर्थ-
(1) अपनी-अपनी करना।
(2) एकदूसरे की न मानना।
अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे।
अर्थ–
(1) अपने से ताकतवर से सामना होना ।
(2) अपने से प्रभावशाली से टकराना।
अपने मुंह मियाँ मिटटू बनना।
अर्थ-
(1) अपनी प्रशंसा स्वयं करना।
(2) अपनी तारीफें स्वयं करते घूमना ।
अपने हाथ जगन्नाथ।
अर्थ-
(1) अपना काम स्वयं करना।
(2) काम के लिए किसी पर आश्रित न रहना।
अगिया बेताल होना।
अर्थ
(1) बहुत ज्यादा उत्तेजित होना।
(2) आगबबूला हो जाना।
अचम्भा होना।
अर्थ
(1) आश्चर्यचकित रह जाना।
(2) विस्मित रह जाना।
अपना मारे छांव में डाले।
अर्थ –
(1) अपना दुःख पहुँचाकर स्वयं भी दुःखी होता है।
(2) अपना चोट पहुँचाकर भी खुश नहीं होता।

अन्यायी होना।
अर्थ
(1) न्यायप्रिय न होना।
(2) अत्याचारी होना।
अपना पूत सभी को प्यारा।
अर्थ
(1) अपनी चीज को सभी अच्छी बताते हैं।
(2) अपनी चीज सभी को प्यारी होती है।
अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता।
अर्थ-
(1) एक आदमी समाज को नहीं बदल सकता।’
(2) अकेला व्यक्ति सारी बुराइयाँ नहीं मिटा सकता।
अंधे के आगे रोये अपने नैन भी खोये।
अर्थ-
(1) जिससे सहानुभूति न हो उससे अपना दुःखदर्द बताना।
(2) मदद की उम्मीद न होने वाले से मदद माँगना।
अशर्फियाँ लुटाये कोयले पर मोहर।
अर्थ-
(1) बड़ी रकम बेदर्दी से उड़ाना तथा छोटे पैसों का हिसाब रखना।
(2) मूल्यवान वस्तु के प्रति लापरवाह होना तथा मामूली की देखभाल
करना।
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अंधेरे में तीर चलाना ।
अर्थ-
(1) व्यर्थ ही इधरउधर हाथपैर फोकना।
(2) सही राह पर न चलना।
बाँटे रेवड़ी अपने-अपने को दे।
अर्थ-
(1) अपनों का हित साधना।
(2) असमानता का व्यवहार करना।
अन्धों में काना सरदार।
अर्थ-
(1) बेवकूफों के बीच थोड़ा अक्लमंद ।
(2) अकेला दुकानदार होना।
अन्थे के हाथ बटेर लगना।
अर्थ-
(1) अचानक इच्छित कार्य का पूर्ण हो जाना ।
(2) भाग्य से मनचाहा फल प्राप्त हो जाना।

अपना करना अपना खाना।
अर्थ-
(1) अपने काम से काम रखना।
(2) दूसरों से ज्यादा सम्पर्क न रखना।
अन्था गाधे, बहरा बजावे, गूंगा । ताल लगाये।
अर्थ-
(1) सबको अपनी-अपनी करना।
(2) एक-दूसरे की बात न मानना।
अन्त भले का भला।
अर्थ-
(1) अच्छे का परिणाम अच्छा ही होता है।
(2) भला करने वाले का हमेशा भला होता है।
अपने मरे बिना स्वर्ग नहीं मिलता।
अर्थ
(1) स्वयं करे बिना कार्य पूर्ण नहीं होता।
(2) दूसरों के ऊपर काम छोड़ने से वह बिगड़ जाता है।
अब पछताये क्या होतजब चिड़िया चुग गयी ।
(1) नुकसान होने पर पछताने का कोई लाभ नहीं।
(2) लापरवाही करने से काम बिगड़ जाने पर पछताने से क्या होता ।
अपनी इज्जत अपने हाथ।
अर्थ-
(1) अपना सम्मान कराना अपने हाथ में होता है।
(2) समझदार व्यक्ति कभी अपमानित नहीं हो सकता।
अवसर को कभी मत गंवाओ।
अर्थ-
(1) उपयुक्त अवसर मिलते ही अपना काम पूर्ण कर लो।
(2) मौके का फायदा उठाने से कभी मत चूको।
अज्ञानी किसी से नहीं डरते।
अर्थ-
(1) जिसे भलाई-बुराई का ज्ञान हो क्यों डरेगा?
(2) मूर्ख व्यक्ति किसी बात का भय नहीं खाता।
अज्ञानी धन चाहता है, ज्ञानी गुण।
अर्थ-
(1) अज्ञानी व्यक्ति धन की चाहत रखता है जबकि ज्ञानी व्यक्ति ज्ञान की चाहत रखता है।
(2) मूर्ख धन पाने की तरफ जाता है तथा ज्ञानी ज्ञान की तलाश में।
अपनी गली में कुत्ता भी शेर होता है।
अर्थ-
(1) अपने इलाके में तो डरपोक भी अपने को ताकतवर प्रदर्शित करता
(2) अपने क्षेत्र में तो कमजोर भी हैकड़ी दिखाता है।
अपने किये को भुगतो।
अर्थ-
(1) जो जैसा करेगा वैसा भरेगा।
(2) अपनी गलती पर नुकसान तो उठाना ही पड़ता है।
अपनी दही को कोई खट्टा नहीं कहता।
अर्थ
(1) अपनी चीज की कोई बुराई नहीं करता।
(2) अपने बच्चों की कोई गलती नहीं बताता।
अटारी पर चढना।
अर्थ-
(1) बहुत ऊंचा पहुँच जाना।
(2) अत्याधिक प्रगति कर जाना।
अक्ल बड़ी या भंस।
अर्थ-
(1) ज्ञान भीड़ से ज्यादा प्रभावशाली होता है।
(2) दिमाग बड़ी वस्तु से भी ज्यादा बड़ा होता है।
अनुभव सारे ज्ञान की जननी है।
अर्थ
(1) अनुभव से आदमी को ज्ञान प्राप्त होता है।
(2) काम करतेकरते सारे गुर प्राप्त हो जाते हैं।
अनुभव सगमता से प्राप्त नहीं होता।
अर्थ
(1) अनुभव बिना काम करे प्राप्त नहीं हो सकता।
(2) मेहनत व लग्न से अनुभव। की प्राप्ति होती है।
अशुभ कार्य का अशुभ फल।
अर्थ-
(1) गलत काम का परिणाम बुरा ही होता है।
(2) गलत रास्ते पर चलने वाले का अन्त बुरा होता है।
अपना तौसा अपना भरोसा ।
अर्थ-
(1) अपनी तैयारी पर विश्वास करना।
(2) प्रत्येक कार्य को व्यवस्थित ढंग से करना।
अपमान का जीवन मृत्यु से बुरा है।
अर्थ –
(1) अपमानित जीवन मौत से भी बुरा है।
(2) बेइज्जत होकर जीना मौत से भी बदतर है।
अमानत में ख्यानत ।
अर्थ-
(1) दूसरे का रखा हुआ माल हजम कर जाना।
(2) किसी के सौंपे गये सामान में बेईमानी कर लेना।
आवश्यकता में सभी कुछ उचित है।
(1) जरूरत में नियम सिद्धांत का कोई अर्थ नहीं रह जाता।
(2) आवश्यकता के समय अच्छाबुरा नहीं देखा जाता।
असमान से गिरा खजूर में अटका।
अर्थ-
(1) एक परेशानी से निकला दूसरी में ।उलझ गया
(2) एक काम सुधरा तो दूसरा बिगड़ गया।
आदमी का बच्चा हो जा।
अर्थ-
(1) तहजीब सीखने की सलाह देना।
(2) व्यवहारकुशल होने को कहना।
आसमान में छेद करना।
अर्थ
(1) असम्भव बातें करना।
(2) झूठ के पुलिन्दे बाधना।
आदमी न आदमी की जून।
अर्थ-
(1) किसी लायक न होना।
(2) किसी काम का न होना।
आ बैल मुझे मार।
अर्थ-
(1) जबरदस्ती उलझना।
(2) बिना बात गले पड़ना।
आश्चर्यचकित रह जाना।
अर्थ-
(1) अवाक् रह जाना।
2) हतप्रभ रह जाना।
बनी-बनी के यार।
अर्थ-
(1) बड़े आदमी को सब रिश्तेदार बताते हैं।
(2) काम बिगड़ने करीबी भी साथ छोड़ देते पर हैं।
बगल में दोसा मजल का भरोसा।
अर्थ-
(1) सही प्रयास से सफलता जरूर प्राप्त होती है।
(2) अपनी तैयारी पूर्ण होने मंजिल अवश्य मिलती से है।
बगल में छोरा गांव में ढिंढौरा।
अर्थ-
(1) चीज अपने पास होना परन्तु सारे में तलाशना।
(2) स्वयं भूलकर सारे में शोर मचाना।
बहती गंगा में हाथ धोना।
अर्थ-
(1) दूसरे के सहारे काम निकाल लेना।
(2) दूसरे के झगड़े में अपनी रंजिश निकालना।
बड़े आदमी की गर्द अच्छी।
अर्थ-
(1) प्रभावशाली व्यक्ति का संरक्षण अच्छा होता है।
(2) बड़े आदमी की सेवा में लाभ ही लाभ है।
बदजात होना।
अर्थ-
(1) बहुत ज्यादा नालायक होना।
(2) ज्यादा बत्तमीज होना।
बड़बड़ाना।
अर्थ-
(1) अपने आप ही बोलते रहना।
(2) व्यर्थ ही धीरेधीरे कुछनकुछ कहते रहना।
बद अच्छा बदनाम बुरा।
अर्थ
(1) बदनाम होने से बुरा होना अच्छा है।
(2) कोई कमी होना बदनामी से बेहतर है
बड़ों की बड़ी बात।
अर्थ-
(1) अच्छे आदमी से अच्छी शिक्षा ही मिलती है।
(2) बड़े आदमी की बात में जान होती है ।
बड़े मियां सो बड़े मियां, छोटे मियां सुभानअल्ला।
अर्थ
(1) एक से बढ़कर एक होना।
(2) छोटा, बड़े का भी उस्ताद है।
बहुत तिकड़मबाज है।
अर्थ-
(1) जोड़तोड़ में माहिर होना।
(2) हर काम के लिए जुगाड़ बैटरा लेना।
बात का बतंगड़ बन गया।
अर्थ
(1) मामूली बात का बड़ी बन जाना।
(2) छोटी-सी गलती को तूल दे देना।
बुरा कर बुरा हो।
अर्थ
(1) बुरा करने का अंजाम भी बुरा ही होता है।
(2) किसी के साथ बुरा व्यवहार करने पर अपने साथ भी वैसा है ।
बिन बुलाये मान नहीं होता।
अर्थ
(1) बिना बुलाये मेहमान को कोई नहीं पूछता।
(2) बिना वजह किसी के यहाँ जाने से सम्मान नहीं मिलता।
बिल्ली ने शेर पढ़ाया, बिल्ली को खाने आया।
अर्थ
– (1) उस्ताद को ही चोट देने का प्रयास करना।
(2) जिससे सीखा उसे ही नुकसान देने की कोशिश करना।
बिन सेवा मेवा नहीं मिलती।
अर्थ-
(1) बिना मेहनत के कुछ नहीं मिलता।
(2) अगर किसी की सेवा करोगे तो जरूर कुछ पाओगे।
O बीती ताहि बिसार दे।
अर्थ-
(1) पिछली गलतियों को भुला देना चाहिए।
(2) जो हो गया उसे भूल जाना चाहिए।
बुरी संगत से अकेला भला।
अर्थ-
(1) बुरी जगह बैठने से अकेला रहना अच्छा है।
(2) बुरे लोगों की सोहबत से अकेला रहना बेहतर है।
बेकारी में शैतानी सूड़ती है।
अर्थ
(1) खाली व्यक्ति गलत बात ही सोचता है।
(2) बेरोजगार व्यक्ति गलत काम की ही सोचता है।
O भय और प्रेम एक जगह नहीं रहते। 71″ याहए।
अर्थ
(1) दो विपरीत चीजें एक साथ नहीं हो सकतीं।
(2) डर तथा प्यार का एक जगह रहना सम्भव नहीं है
O भरी गगरिया चप्पे जाय।
अर्थ
(1) योग्य व्यक्ति अपनी बड़ाई मारता नहीं फिरता।
(2) समर्थ व्यक्ति अपना गुनगान नहीं करता।
O भाग्य में लिखा नहीं मिटता।
अर्थ-
(1) भाग्य को कोई नहीं बदल सकता।
(2) जो किस्मत में लिखा है वह होकर रहता है।
O भाग्य ने मारा दुनिया ने मारा।
अर्थ-
(1) जिसकी किस्मत खराब हो उसका कोई साथ नहीं देता।
(2) काम बिगड़ने पर हर कोई मुंह फेर लेता है।
O भाड में डालना।
अर्थ
(1) ध्यान न देना।
(2) बेकार समझकर भूल जाना।
O भागते भूत की लंगोटी भली।
अर्थ –
(1) जिससे कुछ मिलने की आशा न हो उससे जो मिल जाय वह अच्छा।
(2) जब सब बरबाद होने लगे तो जो बच जाये वह बेहतर।
भैस के आगे बीन बजाना।
(1) मूरों को सलाह देना।
(2) जो न समझना चाहता हो उसे समझाना।
भंड खराबा होना।
अर्थ-
(1) कार्य का बीच में बिगड़ जाना।
(2) सफलता से पूर्व ही विध्न पड़ जाना।
भाड़ से निकलना मेंढ़ में पड़ा।
अर्थ
(1) एक विवाद से निकलकर दूसरे में उलझना।
(2) एक काम को सम्भाला दूसरा बिगड़ गया।
भाग्य के लिखे को कौन मेट सकता है?
अर्थ-
(1) किस्मत में लिखे को कोई नहीं मिटा सकता।
(2) जो किस्मत में लिखा हो वह होकर रहता है।
नजर चुराना।
अर्थ-
(1) सामने न पड़ना।
(2) बचकर निकलना।
नब्ज पहचानना।
अर्थ-
(1) असलियत जान लेना।
(2) आदमी को देखकर उसे जान लेना।
नमकमिर्च लगाना।
अर्थ-
(1) किसी बात को बढ़ाचढ़ाकर कहना।
(2) उल्टी-सीधी बातें लगाकर झगड़ा करा देना।
नशा हरिन होना।
अर्थ-
(1) घमंड टूट जाना।
(2) असलियत खुल जाना।
नसीब खुल जाना।
अर्थ-
(1) किस्मत चमक जाना।
(2) बढ़िया नौकरी मिल जाना।
नसीब फटना।
अर्थ
(1) काम बिगड़ जाना ।
(2) भारी नुकसान हो जाना।
नौ नकद न तेरह उधार।
अर्थ-
(1) बाद के लाभ की सोचने से तरन्त कम लाभ अच्छा रहता है।
() तुरन्त का लाभ बाद के लाभ के लालच से अच्छा रहता है।
नाच न जाने आंगन टेढ़ा।
अर्थ-
(1) काम न आने पर सामान में कमी बताना।
(2) अज्ञानी व्यक्ति का बहाना बना देना।
नाम बड़े दर्शन छोटे।
अर्थ-
(1) नाम के अनुरूप न होना।
(2) थोड़ा होने पर ज्यादा दिखावा करना।
नाको चने चबाना।
अर्थ-
(1) अत्याधिक परेशान कर देना।
(2) हर काम में रूकावट पैदा कर देना।
नाड़े से नाड़ा घिसना।
अर्थ-
(1) एक-दूसरे के हर समय साथ रहना।
(2) एक-दूसरे के हर काम में हाथ बंटाना।
नानी तो कुआरी मर गयी, धेवती के सोलह बान।
अर्थ
(1) झूठा दिखावा करना ।
(2) काम घर हुआ हो, वह काम करना। जो में न
नीम-हकीम खतरा-ए-जान।
अर्थ
(1मूर्ख को ज्ञानी मानकर नुकसान उठा लेना ।
(2) नासमझ को काम बिगाड़ लेना
निगाह बची और माल यारों का।
(1) नजर चूकते ही नुकसान पहुँचा देना।
2) ध्यान हटते ही माल साफ कर देना।
निगाह गड़ाना।
अर्थ-
(1) के माल पर नियत रखना दूसरे ।
(2) दूसरे के माल को हड़पने की ताक में रहना।
नींद हराम करना।
अर्थ-
(1) बहुत ज्यादा परेशान कर देना।
(2) हर काम में अड़चन पैदा करना।
नाक कटा देना।
अर्थ-
(1) अपमानित करा देना।
(2) पराजित हो जाना
नौ दिन चले अढ़ाई कोस।
अर्थ-
(1) किसी काम को पूरा न कर पाना।
(2) मंजिल तक नहीं पहुँच पाना।
नेकी कर दरिया में डाल
अर्थ-
(1) किसी के साथ अच्छा करके भूल जाओ।
(2) किसी की मदद करके उसे कहना नहीं चाहिए।
नाचने उठे तो पूंघट कैसा?
अर्थ
(1) जब शुरू कर दिया तो मुंह दिखने की कैसी चिन्ता? नाचना
(2) जब लड़ने लगे तो शर्मलिहाज कैसी?
नीम न मीठी होय सींचो गुड़-घी से।
अर्थ
(1) बुरा आदमी कितना भी समझाने पर अच्छा नहीं बन सकता।
(2) काफी प्रयासों के बाद बरी आदतें नहीं छूटतीं।
नाक की सीध में चलते जाना।
अर्थ
(1) अपने काम से काम रखना।
(2) अपने आपमें मस्त रहना।
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Garmi m agere dekhane
sir samajh nahi aya please duabra pura bateye hum apki puri help karnge