गाय पर निबंध 3 तरह के – Cow essay in Hindi [ 2021 Updated ]

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नमस्कार, दोस्तों आप सभी का एक बार फिर से स्वागत है। दोस्तों जैसा की हम जानते हैं कि गाय का नाम आम तौर पर घरेलू जानवरों की सूची में सबसे पहले आता है। यहां तक कि जब एक शिक्षक अपने छात्रों को निबंध लिखने के लिए कहता है तो वह घरेलू जानवरों में से गाय पर निबंध के लिए कहता है। गाय पर निबंध का महत्व धार्मिक और गाय के लाभों के कारण है। तो दोस्तों आईये जानते हैं cow essay in hindi में आपके बच्चो के लिए ।

गाय पर निबंध 3 तरह के - Cow essay in Hindi [ 2021 Updated ] 3

गाय पर निबंध (cow essay in Hindi) 200 words

गाय एक कोमल प्रकृति वाला जानवर है। यह एक पालतू जानवर है और बहुत से लोग उसे अपने घर में कई लाभों के कारण रखते हैं। गाय ज़ादातर दो रंगों में पायी जाती है, वो है सफेद रंग और कला रंग। यह देश के लगभग सभी क्षेत्रों में पायी जाती है। गाय के दो सींग होते हैं। उसके चार पैर और एक लंबी पूंछ भी है। उसका बड़ा सा सरीर होता है और पूरे शरीर में छोटे छोटे बाल होते हैं। वह एक बहुत ही उपयोगी पशु है। वह हमें पीने के लिए दूध देती है। गाय के दूध में बहुत ताकत होती है।

गाय का दूध हमारे दिमाग को तेज बनाता है। वह भोजन के तोर पर हरी घास, अनाज और अन्य चीजों को खाती है। सबसे पहले वह खाना अच्छी तरह से और धीरे धीरे चबाती है और फिर उसे निगल जाती है। हमें गाय की अच्छी देखभाल करनी चाहिए और उसे अच्छा भोजन और स्वच्छ पानी देना चाहिए। गाय के गोबर का उपयोग खाद के रूप में भी किया जाता है। भारत में लोग गाय को एक माँ के रूप में पूजते हैं। भारत में लोग गाय को धन लक्ष्मी के रूप में घर पर लाते हैं। गाय को सभी जानवरों के बीच सबसे पवित्र जानवर माना जाता है।

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गाय मेरे लिए पशुमात्र नहीं, पालतू प्रिय जानवर नहीं, वरन पूज्य प्राणी है। ज्योंही मेरी दृष्टि इसकी ओर जाती है, मेरा रोम-रोम इसकी पूजा के लिए पुलकित हो उठता है। सृष्टि के शुभारंभ से ही हमारे देश में गो-पूजा होती रही है, उसके माहात्म्य का कीर्तन होता रहा है। यदि महाराज दिलीप नंदिनी नामक गाय की सेवा न करते तो फिर उनके रघु-जैसा प्रतापी पुत्र कैसे होता? और, जब रघु नहीं तो रघुवंश कैसे चलता? और, रघुवंश नहीं चलता, तो उत्तर पुरुषोत्तम राम का रामराज्य कैसे संभव हो पाता? यदि कृष्ण-कन्हैया गोकुल में गो-सेवा नहीं करते, यदि उसके दूध से उनका शरीर पुष्ट नहीं होता तो वे किस प्रकार कंस का संहार कर पाते? हमारे प्रभु ने गाय की आराधना की है, यही क्या कम रहस्यपूर्ण है, कम महत्त्वपूर्ण है!

चाहे लौकिक दृष्टि हो या पारलौकिक, गाय का महत्त्व निर्विवाद है। लौकिक दृष्टि से गो-दुग्ध में इतने प्राणद तत्त्व हैं कि उनसे हमारे शरीर का पूर्ण पोषण होता है। जब हमारी जननी अशक्त हो जाती है तब गौ अपने दूध द्वारा हमें जीवनदान देती है। वैज्ञानिक दृष्टि से इसमें इतने प्रोटीन और विटामिन है कि इससे उत्तम पेय और खाद्य की कल्पना भी नहीं की जा सकती। दुग्धकल्प, दधिकल्प से तो अनेक असाध्य रोग दूर किये जाते है। इतना ही नहीं, गोरस के बिना तो भोजन के सब रस ही नीरस है। सारे दुर्लभ मिष्टान्नों के मूल में तो गो दुग्ध ही है न!

हमारे जन्म ग्रहण से मृत्यु तक कोई ऐसा अनुष्ठान, यज्ञ, उत्सव, त्योहार नहीं है, जिसमें गाय की आवश्यकता न पड़ती हो। पंचगव्य, अर्थात गाय का दूध, दही, घृत, गोबर और मूत्र-ये पाँचों पदार्थ हमारे हर धर्म कर्म में अनिवार्य है। अन्न ब्रह्म की प्राप्ति में इसका बेटा बैल ही हमारा सबसे बड़ा सखा और सहायक है। अब तक वह कृषि संस्कृति का मेरुदण्ड रहा है। बैलों के जोड़े ही सामान्य जनता के रथवाह हैं। पारलौकिक दृष्टि से, यदि मरने के बाद भी गौ की पूँछ नहीं पकड़ते, तो भयानक वैतरणी से हम पार कैसे पा सकते हैं?

वैदिक काल में भी जब कोई अतिथि घर आता था, तो ऋषि गाय के दूध से उसका स्वागत करते थे, इसलिए अतिथि को ‘गोध्न’ कहते थे। आज भले ही हम अतिथियों के आगमन पर चाय के पास जायँ, किंतु वह तभी स्वीकार्य हो पाती है, जब उसकी कालिमा में दुग्ध अपनी उपस्थिति से प्रीति की लालिमा छिटका देता है। यही कारण है कि ‘मही’ की इस दुलारी बेटी गौ को ‘माहेयी’ कहा गया, स्वर्ग की इस लाड़ली को ‘सौरभेयी’।

हमारे लिए यह ‘माता’ भी है, ‘कामधेनु’ भी। यह हमारा पालन-पोषण, जीवन-रक्षण ही नहीं करती, वरन अनन्त अभिलाषाओं की पूर्ति भी करती है। कितना कष्ट होता है जब कोई जालिम ‘गोमेध’ के गलत अर्थ की दुहाई देकर ‘गोहत्या’ करता है। ‘गोमेध’ का जो वास्तविक अर्थ नहीं जानते, उन्हें श्री अरविन्द का ‘वेद-व्याख्यान’ अवश्य पढ़ना चाहिए। गाय का एक पर्याय ‘अध्या’ है, जो इसकी अवध्यता की सम्पुष्टि करता है। गाय हमारी माता है, देवी है; यह हमारे लिए शिवा है, धात्री है, ईश्वरी है। काश! रसखान का स्वप्न हमारे लिए साकार होता-

आठहु सिद्धि नवौ निधि को सुख
नन्द की गाइ चराइ बिसारौं।

गाय पर निबंध (cow essay in Hindi) 350 words

भारत में, हिंदू धर्म के लोग गाय को “गौ माता” कहते हैं। यह बहुत उपयोगी और घरेलू जानवर है। यह हमें दूध के साथ साथ एक बहुत स्वस्थ, पौष्टिक और पूर्ण भोजन देती है। यह दुनिया के लगभग सभी देशों में पायी जाती है। गाय का दूध परिवार के सभी सदस्यों के लिए बहुत स्वस्थ, पौष्टिक और उपयोगी होता है। हम अपने शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए प्रतिदिन गाय का दूध पीना चाहिए। डॉक्टर अपने मरीजों को बीमारी के समय गाय का दूध पीने की सलाह भी देते हैं। यह माना जाता है कि नवजात शिशुओं के लिए गाय का दूध अच्छा, स्वस्थ और आसानी से पचने योग्य भोजन होता है। यह स्वभाव से बहुत ही सभ्य जानवर है। गाय के पास दो सींग होते हैं। गाय के चार पैर, एक बड़ी नाक, दो कान और एक लंबी पूंछ भी होती है।

गाय भोजन में अनाज, हरी घास, चारा और अन्य खाने की चीज़ों को खाती है। आम तौर पर, वह खेतों की हरी घास को खाती है। कुछ गाय अपनी आहार और क्षमता के अनुसार दिन में तीन बार दूध देती हैं। गाय का दूध दुनिया भर में कई खाने योग्य वस्तुओं और चीजों को तैयार करने के लिए उपयोग किया जाता है। हम गाय के दूध से दही, मट्ठा, पनीर, घी, मक्खन और विभिन्न प्रकार के मिठाइयां जैसे खोया, पनीर जैसी चीज़ें बना सकते हैं। गाय का दूध आसानी से पच जाता है और हमारी पाचन संबंधी बिमारियों को भी दूर करता है। गाय एक साल के बाद एक छोटे से बछड़े को जन्म देती है।

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गाय अपने बचे को चलना, उठना, बैठना नहीं सिखाती बल्कि जन्म के कुछ देर बाद ही वह खुद चलने और दौड़ने लगता है। गाय का दूध हमें मजबूत और स्वस्थ बना देता है। गाय का दूध हमारे दिमाग को तेज बनाता है। गाय का गोबर और मूत्र भी बहुत उपयोगी होते हैं। हिन्दू उन्हें पवित्र मानते हैं लोग गाय के गोबर का उपयोग फर्श और दीवारों को लीपने के लिए करते हैं, क्योंकि यह हानिकारक कीटाणुओं को मारता है। इसके गोबर को ईंधन के रूप में भी उपयोग किया जाता है। किसान इसके गोबर का उपयोग खाद के रूप में करते हैं।

 

गाय पर निबंध (cow essay in Hindi) 500 words

जैसा की हम सब जानते हैं कि गाय एक घरेलू जानवर है और विभिन्न तरीकों से हमारे लिए उपयोगी है। गाय एक पवित्र जानवर है। प्राचीन काल से, हम गायों की पूजा अपनी मां के रूप में कर रहे हैं। यह भी माना जाता है कि एक सच्चा भक्त खुद खाना खाने से पहले गाय को खाना खिलता है। ऐसा करने से, भगवान अपने भक्तों से खुश होते हैं। गाय का बड़ा सा सरीर होता है और पूरे शरीर में छोटे छोटे बाल होते हैं। उसके दो कान होते हैं। उसके पास दो आँखें हैं। उसके पास आत्मरक्षा के लिए उसके सिर पर दो सींग हैं।

आम तौर पर गाय शांत स्वाभाव की होती है लेकिन अगर कोई उसे छेड़ता है, तो वह आत्मरक्षा के लिए आक्रमण करती है। हमें गाय की अच्छी देखभाल करनी चाहिए और उसे अच्छा भोजन और स्वच्छ पानी देना चाहिए। गाय भोजन में अनाज, हरी घास, चारा और अन्य खाने लायक चीज़ों को खाती है। वह घास को चरना पसंद करती है।

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गाय हमें पिने के लिए दूध देती है। यह पोषक तत्वों और प्रोटीन से भरा होता है। यहां तक कि, डॉक्टरों ने अपने मरीजों को सुझाव दिया है कि वे गाय का दूध पी लें क्योंकि यह आसानी से पच जाता है और ये पाचन क्रिया को भी ठीक करता है। गाय के दूध का प्रयोग कई खाने योग्य वस्तुओं और व्यंजन बनाने के लिए किया जाता है। इसके दूध को दही, खोया, पनीर, मक्खन, मट्ठा आदि जैसे कई रूपों में बदला जा सकता है। गाय का दूध हमें स्वस्थ और मजबूत बना देता है। गाय को समाज में उच्च दर्जा दिया जाता है क्योंकि यह हमारे लिए कई मायनों में बहुत फायदेमंद है। गाय का दूध हमारे शरीर की प्रतिरक्षा शक्ति को बढ़ाने में मदद करता है।

यहां तक कि गाऊ-मूत्र को भी एक दवा के रूप में प्रयोग किया जाता है। आग लगाने के लिए ईंधन के रूप में गाय के गोबर का उपयोग किया जाता है। उसका बच्चा (नर बछड़ा) बड़ा होकर बैल बन जाता है जो कि किसानों के लिए बहुत सहायक होता है। उसकी मृत्यु के बाद, उसकी खाल को चमड़े की चीजें जैसे कि जूते, बैग, बेल्ट, आदि बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है। उसकी हड्डियों का उपयोग करके, हम कई गहने बना सकते हैं। इसलिए, यह कहा जा सकता है कि उसके शरीर का हर हिस्से हमारे लिए उपयोगी है।

हिंदू धर्म के अनुसार गौ दान को सबसे ऊंचा दर्जा दिया गया है और दुनिया का सबसे बड़ा दान भी माना जाता है। गाय हिंदुओं के लिए एक पवित्र पशु है और लोग इसकी पूजा करते हैं। गाय की पूजा के पीछे कई कहानियां हैं सबसे प्रसिद्ध हिंदू देवताओं में से एक, भगवान कृष्ण, जो आम तौर पर गायों और उसके बछड़ों के बीच बांसुरी बजाते थे। एक और प्राचीन कथा के अनुसार, यह भी कहा जाता है कि पृथ्वी गाय के सींग पर है। लाखों हिंदू गायों की प्रशंसा और पूजा करते हैं। गाय पृथ्वी पर मनुष्य के लिए एक दैवीय इनाम है।

 

तो दोस्तों आज मैंने आपको इस article मे बताया cow essay in hindi. उम्मीद करता हूं दोस्तों कि आपको ये article पसंद आया होगा। आपको ये आर्टिकल केसा लगा आप इस बारे में comment ज़रूर करें। ऐसे और रोचक विषय के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए हमसे जुड़े रहें और हमारे article पढ़ते रहे।

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Written by

Romi Sharma

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