नमस्कार, दोस्तों आप सभी का एक बार फिर से स्वागत है। दोस्तों आज मैं आपसे बात करुंगा ऐसे दो इंसानों की जीनकी पहचान उनके नाम से है Akbar Birbal Stories. दोस्तों ये दोनों ऐसे इंसान हैं जिन्हें उनके रोचक किस्सों की वजह से हर कोई जानता है। तो दोस्तों आज हम इस आर्टिकल में जानेंगे akbar birbal stories in hindi. दोस्तो वेसे तो Akbar Birbal की बहुत सी Stories हैं लेकिन इस आर्टिकल में उनकी कुछ बहुत Famous कहानिया /Stories बताऊंगा।
आईये पढ़ते है Akbar Birbal Stories in Hindi
1. सबसे मुश्किल काम – Akbar Birbal Stories

एक दिन Birbal दरबार में देर से पहुँचे। Akbar ने पूछा क्या बात है ? बीरबल आज देर से क्यों आये? बीरबल ने कहा- जहांपनाह, आज मुझे बच्चों को संभालना पडा। बादशाह को यह सुनकर बहुत आश्चर्य हुआ, बोले यह भी कोई काम हुआ? जहांपनाह बच्चों को संभालने का काम सबसे कठिन है। जब यह काम सिर पर आ पडता है तो कोई भी काम समय पर नहीं हो पाता।
बादशाह बोले- बीरबल बच्चों को बहलाना तो सबसे आसान काम है, उनके हाथ में कोई खाने की चीज दे दो, या कोई खिलोना थमा दो बस काम बन गया। बीरबल ने कहा- बादशाह सलामत आपको इसका अनुभव नहीं है इसलिए आपको यह काम आसान लगता है। जब आप यह खुद अनुभव करेंगे तो आपको मेरी बात समझ में आ जायेगी। चलिए मैं छोटे बच्चे की acting करता हूं और आप मुझे बहला कर देखिए।
अकबर बादशाह तुरन्त राजी हो गये बीरबल छोटे बच्चे की तरह रोने लगे। अब्बा मुझे दुध चाहिए, बादशाह ने फोरन दुध मंगवा लिया । दुध पीने के बाद बीरबल ने कहा अब मुझे गन्ना चुसना है|
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बादशाह ने गन्ना मंगवाया और उसके छोटे-छोटे टुकडे करवा लिये, मगर बीरबल ने उसे छुआ तक नहीं वह रोता ही रहा। रोते-रोते वह बोला अब्बा मुझे पूरा गन्न चाहिए। बीरबल का रोना जारी रहा। बादशाह ने हारकर दुसरा गन्ना मंगवाया। मगर बच्चा बने बीरबल रोते-रोते बोले यह गन्ना मुझे नहीं चाहिए, मुझे तो पहले वाला ही पूरा गन्ना चाहिए.
यह सुनकर बादशाह झल्ला उठे उन्होनें कहा बकवास मत कर चुपचाप चुस ले। कटा हुआ गन्ना अब पुरा कैसे हो सकता है ? बीरबल बोले नहीं मैं तो पहले वाला गन्ना हीे लूंगा। बादशाह यह सुनकर क्रोधित हो उठे। अरे है कोई यहां ? इस बच्चे को यहां से ले जाओ। बीरबल हंस पडे। बादशाह को स्वीकार करना पडा कि बच्चों को संभालना वास्तव में बहुत मुष्किल काम है।
2. 3 सवाल – अकबर बीरबल की कहानियाँ
बीरबल, राजा अकबर के बहुत प्रिय थे। वह अपने बहुत सारे निर्णय बीरबल की चालाकी और बुद्धिमानी के बल पर सभा में लेते थे। यह देख कर कुछ दरबारीयों के मन में बीरबल के प्रति घृणा जागृत हो गयी। उन दरबारियों नें मिल कर बीरबल को बादशाह अकबर के सामने निचा दिखने के लिए एक योजना बनाया।
एक दिन भरी सभा में उन दरबारियों नें अकबर के समक्ष कहा कि अगर बीरबल हमारे 3 प्रश्नों का उत्तर दे देंगे तो हम मान जायेंगे की बीरबल से बुद्धिमान कोई नहीं। बीरबल की बुद्धि की परीक्षा लेने के लिए बादशाह अकबर हमेशा तईयार खड़े रहते थे। यह बात सुनते ही राजा अकबर नें हाँ कर दिया।
प्रश्न 1: असमान में कितने तारे हैं?
प्रश्न 2: इस धरती का कंद्र कहाँ है?
प्रश् 3: इस पृथ्वी में कितने पुरुष और महिला हैं?
यह सुनते ही अकबर ने तुरंत बीरबल से कहा! अगर तुम इन प्रश्नों के उत्तर नहीं दे पाओगे तो तुम्हे अपने मुख्यमंत्री के पद को त्यागना पड़ेगा। पहले प्रश्न के उत्तर के लिए, बीरबल एक घने बालों वाले भेड़ को कर आये और कहने लगे की जितने बाल इस भेड़ के शारीर में हैं उतने ही तारे असमान में हैं। अगर मेरे दरबारी मित्र इस भेड़ के सभी बाल गिनना चाहें तो गिन सकते हैं।
दुसरे प्रश्न के उत्तर के लिए, बीरबल जमीन पर कुछ रेखाएं खीचने लगे और कुछ देर बाद उन्होंने एक लोहे की छड़ी को गाड़ दिया और कहा यह है धरती का केंद्र बिंदु। अगर मेरे दरबारी दोस्त मापना चाहते हैं तो स्वयं माप सकते हैं।
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तीसरे सवाल के उत्तर में बीरबल बोले, वैसे तो यह बताना बहुत ही मुश्किल है कि इस दुनिया में पुरुष कितने हैं और महिलाएं कितनी हैं क्योंकि इस दुनिया में कुछ ऐसे लोग भी हैं जिनको उस गणना में नहीं जोड़ा जा सकता जैसे की हमारे यह दरबारी मित्र। अगर इस प्रकार के लोगों को हम मार डालें तो हमें गणना करने में भी आसानी होगी।
यह सुनते ही सभी दरबारियों नें सर निचे कर लिया और कहा ! बीरबल, तुमसे चालक और बुद्धिमान कोई नहीं
3. बीरबल की समझदारी
एक बार राजा अकबर के राज्य में चोरी हो गयी थी । चोरो नें एक व्यापारी के घर से बहुत कीमती सामान चुरा लिया था। उस व्यापारी को ये पता लग गया था की उसके 10 नौकरों में से एक ने ही चोरी की थी। पर वह यह नहीं जानता था की वह कौन है।
इस बात का पता लगाने के लिए व्यापारी बीरबल के पास गया और बीरबल से मदद मांगी।बीरबल ने अपने सिपाहियों से कहकर 10 नौकरों को कारागार/जेल में डाल दिया गया बीरबल नें सभी चोरो से पुछा कि चोरी किसने की है परन्तु किसी नें भी कुछ बताने से इंकार कर दिया
तब बीरबल ने अपनी बुद्धि पर जोर दिया और एक तरकीब बनाई।
कुछ देर बाद वह 10 लोगो के बराबर एक लम्बी छड़ी ले कर आया और सभी चुने हुए लोगों को एक-एक करके छड़ी को पकड़ने के लिए कहा । पर छड़ी पकडाते हुए बीरबल नें सबको कहा की
उस इंसान की छड़ी 2 इंच बड़ी हो जाएगी जिस व्यक्ति नें यह चोरी की है। यह कहकर बीरबल चले गए और अपने सिपाहियों को निर्देश दिया की सुबह तक उनमें से किसी भी व्यक्ति को छोड़ा ना जाये।
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जब बीरबल नें सुबह सभी नौकरों की छड़ी को ध्यान से देखा तो पता चला उनमें से एक नौकर की छड़ी 2 इंच छोटी थी। यह देकते ही बीरबल ने कहा ! यही है चोर।
बाद में यह देख-कर उस व्यापारी नें बीरबल से पूछा की तुम्हे कैसे पता चला की चोर वही है। बीरबल नें कहा कि चोर नें अपने छड़ी के 2 इंच बड़े हो जाने के डर से रात में उसने 2 इंच अपनी छोटी कर ली उससे लगा की छड़ी 2 इंच बढ़ी हो ही जाएगी इसलिए वह अपने आप पकड़ा गया
Very nice story keep growing